सभी खर्चों के आपूर्ति के बाद होने वाले लाभ या हानि को निर्धारित करने के लिए जो लेखा तैयार किया जाता है उसे Profit And Loss Account (लाभालाभ खाता) कहा जाता है।
लाभ-हानि खाता बनाने का प्रमुख उद्देश्य व्यवसाय के शुद्ध लाभ या शुद्ध हानि की जानकारी प्राप्त करना है। चूँकि व्यापार खाते से सकल लाभ या सकल हानि का ही पता चलता है, अतः लाभ-हानि खाता बनाना आवश्यक है।
यह वर्ष के अंत में व्यापार खाता बनाने के पश्चात तथा चिट्ठा बनाने के पहले बनाया जाता है।